Tuesday, February 18, 2020

Aakrosh/ Anger

आक्रोश के पास 
न दिल होता है 
न दिमाग 
आक्रोश के पास 
होता है 
केवल रोष 

आक्रोश को 
न शान्ति मिलती है 
न प्रगति 
आक्रोश को मिलती है 
केवल विजय 

आक्रोश 
न सृजन करना जानता है 
न प्रेम करना। 
जंगल की आग की तरह 
आक्रोश 
केवल 
लीलना जानता है 

जंगल की आग से 
न वार्ता की जाती है 
न उसका मार्गदर्शन 
जंगल की आग को 
बुझाया जाता है.

Anger 
has neither heart nor head 
Anger only has 
its wrath 

Anger does not get 
either peace 
or progress
It gets 
a victory. 

Anger can neither create
nor nurture
Anger
can only 
reduce to ash

Like a jungle fire

A jungle fire 
is neither understood 
nor gently guided. 
A jungle fire 
is Extinguished. 



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