Wednesday, August 13, 2025

कतरन: उम्मीद

अच्छा है। कोई उम्मीद नहीं है, तो कोई दर्द भी नहीं होगा। 


उम्मीद को खत्म करने से ठीक पहले जो दर्द होता है, उस से बढ़ कर भी कुछ है? 



1 comment:

Anita said...

ऐसे ही, उम्मीद न रहे किसी से तो, जो सुकून भीतर जगता है, उससे बढ़कर कुछ है क्या ?