This is a random personal blog - covering everything from poetry to politics. Views presented are strictly my own.
"बच्चों को यूं करना चाहिए... "
कहने वाले
बच्चों के बारे में नहीं सोच रहे थे
"लड़कों को ऐसा होना चाहिए"
लड़कों की फिक्र नहीं कर रहे थे
"लड़कियां तो ऐसी अच्छी लगती हैं"
लड़कियों की अच्छाइयाँ नहीं सोचते
'चाहिए' में
'चाहत' नहीं होती
'चाहिए' में शायद थोड़ी सी सलामती की फ़िक्र होती है और ढेर सारी शिकायत
चाहिए उम्मीदों और मापदंडों का ऐसा पैमाना है जो निराशाओं को रेखांकित करती है।बहुत अच्छी अभिव्यक्ति।सादर।----जी नमस्ते,आपकी लिखी रचना मंगलवार १७ दिसम्बर २०२४ के लिए साझा की गयी हैपांच लिंकों का आनंद पर...आप भी सादर आमंत्रित हैं।सादरधन्यवाद।
'चाहिए' में 'चाहत' नहीं होती की जाना मैं कौनसादर
सुन्दर
बहुत बहुत आभार!!! पाँच लिंकों का आनंद में चुने जाने पर बहुत सार्थक लगता है!
जी। और बहुत सारी गप बाज़ी!
धन्यवाद!
जी धन्यवाद!
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8 comments:
'चाहिए' में शायद थोड़ी सी सलामती की फ़िक्र होती है और ढेर सारी शिकायत
चाहिए उम्मीदों और मापदंडों का ऐसा पैमाना है जो निराशाओं को रेखांकित करती है।
बहुत अच्छी अभिव्यक्ति।
सादर।
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जी नमस्ते,
आपकी लिखी रचना मंगलवार १७ दिसम्बर २०२४ के लिए साझा की गयी है
पांच लिंकों का आनंद पर...
आप भी सादर आमंत्रित हैं।
सादर
धन्यवाद।
'चाहिए' में
'चाहत' नहीं होती
की जाना मैं कौन
सादर
सुन्दर
बहुत बहुत आभार!!! पाँच लिंकों का आनंद में चुने जाने पर बहुत सार्थक लगता है!
जी। और बहुत सारी गप बाज़ी!
धन्यवाद!
जी धन्यवाद!
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