Saturday, May 20, 2023

हमारा नया नॉर्मल / Our new normal

जब घर में कोई मर जाता है, 

तो कुछ लोग 

सोगवार होते हैं 

और कुछ लोग 

घर पर आने वालों के लिए 

चाय की प्यालियाँ धोते हैं 

सिलसिलेवार, रगड़ रगड़ कर 

पूरा पूरा दिन 

बस, चाय डालना, और प्यालियाँ धोना 

रोते नहीं, गले नहीं मिलते 

बस चाय की प्यालियाँ... 


क्यूंकि पूर्णतया सामान्य है 

चाय की प्यालियाँ धोना 

चाय की प्यालियाँ धोने वाले से 

कोई नहीं कहता 

कि अपना दुख एक ओर रख कर 

धीरज धरो, हौसला करो। 

बिलखना, बिखरना, 

दहाड़े मार कर रोना, 

असामान्य है।  

सामान्य है 

चाय की प्यालियाँ धोना। 

************ 

When a loved one died 

I did not 

cry, hug, or wail 

I went to the kitchen 

and started washing 

the teacups 

for guests 

diligently, obsessively, 

day after day

the teacups. 


Because 

no one tells 

a hand washing dishes 

to calm down, think positive, think ahead. 

No one tells you 

to deny your grief

if you are washing 

teacups. 



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