Wednesday, April 26, 2023

Katran

आओ, बैठो, चाय पीते हैं। 

अरे, तुम यहाँ कैसे? 

यहाँ तो हमेशा से मुझ ही को होना था। बाकियों के साथ तो तुम टाइम waste कर रही थीं। 

अच्छा? तो टाइम waste होने क्यूँ दिया? पहले क्यूँ नहीं आ मरे? 

मर कर ही तो आया हूँ। 

मैं भी। 





Katran written in response to writing prompt - Holding hands 

Image by Dalle2 using Bing Image Creator 

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