Tuesday, March 05, 2019

Kshanikaaayein

आने के आदाब हुआ करते हैं. 
जाने के भी. 
आजकल सिखाते नहीं ये सब?
उठ के जाना हो,
तब भी,
कह कर जाते हैं.


ये चोरों की तरह जाना -
क्यों आती है शर्म,
जो हो, वो होने में?
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तेरे मेरे होने पर 
दस सवाल उठा करते थे 
तेरे मेरे न होने पर 
सौ सवाल उठ रहे हैं अब.
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दुनिया का सबसे मुश्किल काम है 
जाते हुए,
किसी से ये कहना,
"मैं वापिस आऊंगा।"
ਔਖਾ ਜਾਣਾ ਨਹੀਂ
ਔਖਾ ਹੈ
ਕੌਲ ਕਰਨਾ,
"ਮੈਂ ਮੁੜ ਆਣਾ!"

Aukha jaana nahi
Aukha hai
Kaul karna
"Main mud aana…"
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मुझे हमेशा लगता है
कि शोक की 
सीमा होनी चाहिए।
जैसे चोट की होती है.


ਮੈਨੂੰ ਜਾਪਦਾ 
ਪੀੜ ਦਾ ਵੀ  
ਸਿਰਾ ਹੋਣਾ ਚਾਹੀਦਾ,
ਜਿਦਾਂ 
ਸੱਟ ਦਾ ਹੁੰਦਾ ਐ। 


Mainu jaapda
peed daa vi
sira hona chahida
jidaan
satt da hunda hai


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