Friday, December 05, 2014

Legend Gone Wrong..

अब मत आना चातक
ले कर अपनी प्यास
स्वाति नक्षत्र को
मिल गया वनवास
 

3 comments:

Onkar said...

lovely lines

How do we know said...

Thank you Onkar sir!

Himanshu Tandon said...

My two cents...

जीवन की विडम्बना
प्रतिदिन नयी आस
वर्षों की योजना
मुट्ठी भर श्वास

कुछ मनाना रूठना
कुछ सरल विश्वास
समय का पहिया
अनंत कारावास

हृदय की संवेदना
करे निरंतर प्रयास
नक्षत्रों से अन्जान
चातक की प्यास