Monday, August 30, 2021

पहुंचे दफ्तर मिस्टर नोटे Pahunche Daftar Mister Note


पहुंचे दफ्तर मिस्टर नोटे

इरादे हैं सब इनके खोटे

सबसे लेते हैं ये घूस

और खुद हैं बिल्कुल कंजूस!




बिजली, पानी, या अनुदान,

सब पर रहता इनका ध्यान!

इस से बड़े, उस से छोटे,

पर लेते सबसे मिस्टर नोटे!




भगवान को लगता जैसे भोग,

वैसे हिस्सा लाते लोग

चपरासी हो या ठेकेदार

सब पर पड़ती इनकी मार।




देने वाले देते जाते

नोटे जी बहुत इतराते

मोटी तोंद के नाटे नट

नोटे जी तुम हो बस ठग!





7 comments:

yashoda Agrawal said...

आपकी लिखी रचना ब्लॉग "पांच लिंकों का आनन्द" मंगलवार 31 अगस्त 2021 को साझा की गयी है.............. पाँच लिंकों का आनन्द पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!

विभा रानी श्रीवास्तव said...

हँसी के गुलगुले

शुभा said...

वाह!!लाजवाब!

SG said...

Wow it's amazing.

How do we know said...

यशोदा जी, विभा जी, शुभा जी, and R G: बहुत आभार। :) अब मुझे बच्चों के लिए ही लिखना अच्छा लगता है :)

सु-मन (Suman Kapoor) said...

बहुत खूब

Amrita Tanmay said...

मजेदार । बहुत बढ़िया ।