Saturday, February 20, 2021

Maun

 मौन 

प्रमाण है 

कि सुनने की 

सीमा होती है 

देखने की,

सूंघने की -

वह सब 

जिसे हम कहते हैं 

इंद्रिय 

एक नन्ही सी परिधि 

के खिलौने। 


कहो  तो,

इंद्रियाँ 

बोध का द्वार 

खोलती हैं 

कि बंद करती हैं? 

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