हमारे सब से कठिन रास्ते
नहीं लाते अपने साथ
अंकों का सिरहाना
जिस पर सर रख कर
हम सो लें कुछ देर
न मील के पत्थर
जिन से
जान लें
कि सुकून
कितनी दूर है अभी
बवंडर कहाँ लाते हैं
अंक
अगणित ही होती है
पीड़ा
साक्ष्य से परे , निर्णय से दूर।
नहीं लाते अपने साथ
अंकों का सिरहाना
जिस पर सर रख कर
हम सो लें कुछ देर
न मील के पत्थर
जिन से
जान लें
कि सुकून
कितनी दूर है अभी
बवंडर कहाँ लाते हैं
अंक
अगणित ही होती है
पीड़ा
साक्ष्य से परे , निर्णय से दूर।
2 comments:
वाह, बहुत सुन्दर
thank you sir!
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