धरती की छाती से लिपटी
नन्ही नन्ही प्यारी दूब
आपस में गलबहियां डाले
करती सब से यारी दूब
आंधी आती, तूफ़ान आते
नहीं तनिक घबराती दूब
पेड़ उखड़ते, डाल टूटती
पर मुस्कान लुटाती दूब
रात रात भर ओस कणों से
जमकर नित्य नहाती दूब
सूरज की किरणों के संग
सतरंगे खेल रचाती दूब
नन्ही नन्ही प्यारी दूब
आपस में गलबहियां डाले
करती सब से यारी दूब
आंधी आती, तूफ़ान आते
नहीं तनिक घबराती दूब
पेड़ उखड़ते, डाल टूटती
पर मुस्कान लुटाती दूब
रात रात भर ओस कणों से
जमकर नित्य नहाती दूब
सूरज की किरणों के संग
सतरंगे खेल रचाती दूब
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