सबसे पहले तो ये कि पुस्तक का शीर्षक एकदम सटीक है। सभी कहानियाँ बेहद रोचक हैं। ये कहानियाँ 8 - 12 साल के बच्चों के लिए एकदम ठीक हैं। कहानी में इतने उतार चढ़ाव हैं, कि तनिक बड़े बच्चों की रुचि बनी रहे, और इतनी सरलता भी है, कि कुछ अच्छा समझने को मिले।
"जेब खर्च" कहानी मुझे सबसे अच्छी लगी क्यूंकि एक सर्वव्यापी समस्या का इस में सरल समाधान दिया गया है। अगर सभी थोड़ी सूझ बूझ से काम लें तो बचपन की जटिलताएँ कितनी सहल हो सकती हैं। लखपति भिखारी भी बहुत अच्छी लगी क्यूंकि अमूमन बच्चों कि कहानियों में आसान से हाल दिए जाते हैं, पर इस कहानी में पूरा तरीका विस्तार से समझाया गया।
10 कहानियों और केवल 56 पन्नों वाली यह पुस्तक किसी भी उनींदी दोपहर को एकमुश्त पढ़ी जा सकती है।
हर कहानी सोचने पर विवश करती है। इस पुस्तक को जरूर पढिए।
The title is absolutely accurate! The stories are really, really interesting.
They are complex enough to appeal to a young adult, yet the themes are challenges that are relevant to older children. It is not easy to weave a story that is just right.
The book is a pithy, quick read at 10 stories and just 56 pages. It is a delight to go through this book.
The story - Jeb Kharch is my favorite, bcs it forces us to think of things and shows us how easy it can be to manage life's problems with just a little maturity on the part of everyone.
The other good story is Lakhpati Bhikhari, because it takes a problem and illustrates a good solution approach in adequate detail.
The book is highly recommended. Please do get this book for adults and young adults.
No comments:
Post a Comment