सोच और समझ
तुमने तह कर के रख दीं
दहेज में लाई हुई
साड़ियों के साथ।
"क्यों जी?" भूल कर,
तुमने
"हाँ जी" सीख लिया,
एक ही दिन में।
"कहो जी..." भूल कर
मैंने
"अजी सुनती हो?"
सीख लिया
एक ही दिन में।
7 फेरों, और 9 शब्दों ने,
जीवन बदल दिया देखो!
तुमने तह कर के रख दीं
दहेज में लाई हुई
साड़ियों के साथ।
"क्यों जी?" भूल कर,
तुमने
"हाँ जी" सीख लिया,
एक ही दिन में।
"कहो जी..." भूल कर
मैंने
"अजी सुनती हो?"
सीख लिया
एक ही दिन में।
7 फेरों, और 9 शब्दों ने,
जीवन बदल दिया देखो!
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