Tuesday, September 10, 2019

प्रेम/ Prem

मैं तुम्हे प्रेम करना चाहता हूँ 

तुमको सजाना चाहता हूँ 
उन सारी पीली, नीली, शोख साड़ियों में 
जिन्हे मैंने तुमपर 
कई बार सोचा है 

तुम्हारे साथ जाऊँगा 
बचपन की सब जगहों पर 
दिखाऊंगा 
एक एक कमरा 
पाठशाला  का, 
पडोसी के घर का, 
अपने पुश्तैनी घर का भी 

देखना चाहता हूँ 
सभी मनपसंद फिल्में 
तुम्हारे साथ बैठ कर

तुम्हे 
मिलाना चाहता हूँ 
अपने दोस्तों से
रिश्तेदारों से 
बताना चाहता हूँ 
मिल गयी मंज़िल मुझे

मैं अधूरा हूँ तुम बिन 
तुम संग 
सम्पूर्ण होना चाहता हूँ 
मैं तुमको 
प्रेम करना चाहता हूँ 

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