अरे! तुमने पाजेब नहीं पहनी? तुम्हे कितनी पसंद थी!
नहीं । अब नहीं पहनती।
तुम लङकियां भी अजीब होती हो। कोई शौक पालती हो, और कुछ साल में ही उस से, इतनी विरक्ति भी हो जाती है!
हाँ । पर हम लङकियों के शौक, कुछ साल तो चलते हैं।
नहीं । अब नहीं पहनती।
तुम लङकियां भी अजीब होती हो। कोई शौक पालती हो, और कुछ साल में ही उस से, इतनी विरक्ति भी हो जाती है!
हाँ । पर हम लङकियों के शौक, कुछ साल तो चलते हैं।
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