Sunday, July 24, 2016

Aise hi...

कभी कभी तय करना मुश्किल हो जाता है, कि क्या ज़्यादा है - हमारी दूरी में छिपी करीबियां, या हमारी कुर्बत में बदी दूरियां। 



1 comment:

Onkar said...

Yes, eternal dilemma