Friday, August 21, 2009

वो एक बात , जो थी फ़क्त आप ही के लिए,
वो एक बात कह ना सके आप ही से हम!


बात कहने की हमेशा भूले,
लाख अंगुश्त पर धागा बांधा॥

Oh, to be 16, and in love..

Note: I don't know the names of either poet.