This is a random personal blog - covering everything from poetry to politics. Views presented are strictly my own.
आदमी को
औरत का दुःख समझना हो
तो उसे
एक बेटी का पिता बनना चाहिए
औरत को
आदमी की कश्मकश समझनी हो
बेटे की माँ बनना चाहिए
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