डॉक्टर: क्या तकलीफ है?
अभिभावक: ये हंसती बोलती नहीं है. हमेशा गम सुम सी रहती है
डॉक्टर: तो पहले हंसती बोलती थी?
अभिभावक: जी हाँ, पहले तो इतनी बातें करती थी कि क्या बताऊँ!
डॉक्टर: तो तब आप क्या करते थे?
अभिभावक: मैं इस से कहता था की बेटा चुप हो जाओ! मेरा दिमाग मत खाओ! चुप रहा करो!
डॉक्टर: और अब ये चुप रहती है?
अभिभावक: ओफ्फोह! मैंने अभी तो बताया आपको!
डॉक्टर: अच्छा. तो इलाज की ज़रुरत किसे है?
अभिभावक: इसे है, और किसे है?
डॉक्टर: ठीक है. मैं दवाई लिखे देता हूँ.
अभिभावक: ये हंसती बोलती नहीं है. हमेशा गम सुम सी रहती है
डॉक्टर: तो पहले हंसती बोलती थी?
अभिभावक: जी हाँ, पहले तो इतनी बातें करती थी कि क्या बताऊँ!
डॉक्टर: तो तब आप क्या करते थे?
अभिभावक: मैं इस से कहता था की बेटा चुप हो जाओ! मेरा दिमाग मत खाओ! चुप रहा करो!
डॉक्टर: और अब ये चुप रहती है?
अभिभावक: ओफ्फोह! मैंने अभी तो बताया आपको!
डॉक्टर: अच्छा. तो इलाज की ज़रुरत किसे है?
अभिभावक: इसे है, और किसे है?
डॉक्टर: ठीक है. मैं दवाई लिखे देता हूँ.
1 comment:
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