Friday, September 29, 2017

Children's poem on Navratri


अम्बा ,अम्बिके
दुर्गा , वैष्णो माता
कितने नाम हैं
कितना यश!
कहीं उपवास, कहीं मिठाई
कहीं नाचना , कहीं बधाई!
नवरात्रि में अम्मा
हम सब की तो मौज है आई!



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