ये मेरा गहरा ग़म
तुम्हारा दिया नहीं है
ये जन्म से मेरे साथ रहा है
अज़ल तक मेरे साथ रहेगा
ये मेरे अन्दर की खला
ये भी तेरी अता नहीं
ये जन्म से मेरे साथ रही है
अज़ल तक मेरे साथ रहेगी
तुम्हारी बस इतनी ग़लती
कि जब तुम मेरे साथ चले थे,
तब ये खला भरी भरी लगती थी
और ग़म को भी मैं
भूल गया था
तुम्हारा दिया नहीं है
ये जन्म से मेरे साथ रहा है
अज़ल तक मेरे साथ रहेगा
ये मेरे अन्दर की खला
ये भी तेरी अता नहीं
ये जन्म से मेरे साथ रही है
अज़ल तक मेरे साथ रहेगी
तुम्हारी बस इतनी ग़लती
कि जब तुम मेरे साथ चले थे,
तब ये खला भरी भरी लगती थी
और ग़म को भी मैं
भूल गया था
something really gelled there..
ReplyDeleteAkela bahut tanha hoon main
apne ghamon ka ek hi gawah hoon main....
hi GB: :) yeah... bas meri saleeb, har baar mere kandhon par..
ReplyDeletekitni khoobsurat thi wo galti...
ReplyDeleteHi Anonymous: yeah.. :)
ReplyDeleteclick, fit. yun to zindagi bhi hamari shayad galti hi hai, khalayein bohat hain qainaat mein aur hum bhi hain...
ReplyDeletegum zaroor hai lekin hum gumgeen nahi,
har khiza me bikhri bahar k ehsaas me hum bhi hain.
Dee.
Hi Dee: :) u'd know.
ReplyDelete:)
ReplyDeletena tu galat tha, na main galat tha
par waqt ne gunehgar dono ko kiya
hi Mridula: :)
ReplyDelete